भले ही एक्जिमा शिशुओं में होना एक आम बात हो, लेकिन कुछ वयस्कों को भी समय के साथ इस परेशानी को झेलना पड़ता है। अगर आपको एक्जिमा हो गया है, तो आप अपनी स्किन को ड्राई, परतदार होता हुआ देखेंगे और इसे देख कर जाहिर है कि आपको तकलीफ होगी ही । हालांकि यह स्किन कंडीशन, अपने आप में हानिकारक और तुरंत फैलने वाली परेशानी नहीं है, लेकिन फिर भी आपको यह देखना अच्छा नहीं लगेगा। यही कारण है कि यह वाकई में महत्वपूर्ण है कि आप सही प्रकार के एक्जिमा उपचार के बारे में जल्द से जल्द पता लगाएं ।
जितनी जल्दी आप इस समस्या का हल ढूंढ लेंगे, उतनी ही जल्दी यह ठीक भी हो जाएगा। लेकिन अगर आप इसे लेकर स्पष्ट नहीं हैं कि कहां से शुरू करें और क्या करें, तो घबराएं नहीं, क्योंकि हमने आपकी परेशानी का हल निकाल लिया है। इस लेख में हमने , हमने मुंबई की एक प्रसिद्ध स्किन स्पेशलिस्ट डॉ सोमा सरकार से बात की, ताकि आपको पता चल सके कि आख़िरकार एक्जिमा क्या है और इसके संभावित कारण क्या हैं। साथ ही इसके उपचार और रोकथाम के क्या तरीके हो सकते हैं।
- एक्जिमा क्या है ?
- एक्जिमा के कारण क्या-क्या हैं ?
- वयस्कों में इसके लक्षण
- एक्जिमा के उपचार के लिए मेडिकल और घरेलू उपाय
एक्जिमा क्या है ?

हम जानते हैं कि एक सवाल आपके मन में बार- बार जरूर आ रहा होगा । एक्जिमा के विभिन्न कारणों और उपचारों को देखने से पहले, यह समझना महत्वपूर्ण है कि आखिरकार में एक्जिमा क्या है और यह कैसा दिखता है। डॉ सोमा सरकार बताती हैं, “एक्जिमा एक ऐसी स्थिति है, जहाँ आपकी स्किन परतदार और खुरदरी हो सकती है, साथ ही उसमें खुजली होती है. इसमें कभी-कभी फफोले भी पड़ जाते हैं । एक्जिमा एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जिसमें कुछ चीजों के कारण यह एक एलर्जी के रूप में हो जाती है और यह आमतौर पर हाथ व पैर पर सबसे ज्यादा होता है । बच्चे भी इस एक्जिमा के शिकार होते हैं और इसे आटोपिक डर्मेटाइटिस कहा जाता है."
एक्जिमा के कारण क्या-क्या हैं ?

जैसा कि हमने पहले बताया कि एक्जिमा एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, इसलिए इसका सही से कारण पता करना मुश्किल है। साथ ही यह जानना जरूरी है कि एक्जिमा के कारण भी व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, कुछ कारक हैं, जिन्हें ट्रिगर्स के नाम से जाना जाता है और उन्हें एक्जिमा के संभावित कारण भी माना जा सकता है। “एक्जिमा के सामान्य कारण पर्यावरण के हमलावर हैं, जैसे पोलेन ग्रेन, धूल, कण, धुआं, सीमेंट और टार। कुछ बुखार, अस्थमा और राइनाइटिस जैसे सिस्टेमिक डिसऑर्डर्स भी कभी-कभी एक्जिमा का कारण बन सकते हैं। इसके अतिरिक्त, एक्जिमा पालतू जानवरों के सम्पर्क में आने से भी होता है और बदतर तरीके से होता है। "

1. केमिकल्स और फ्रेग्नेंस :
इस तरह के क्लींजिंग एजेंट, अल्कोहल और फ्रेग्नेंस जैसे केमिकल्स जो कि साबुन, डिटर्जेंट, शैंपू, कीटाणुनाशक और सैनिटाइज़र में शामिल होते हैं।
2. एलर्जिक रिएक्शन
इसमें धूल, घुन, पोलेंस, पालतू जानवर और यहां तक कि मोल्ड के संपर्क के कारण भी शामिल हैं।
3. तापमान और ह्यूमिडिटी
ह्यूमिडिटी का बढ़ना या घटना, बहुत अधिक पसीना होना या फिर बहुत अधिक गर्म या ठंडी जगहों पर जाना, उनसे संपर्क में आने से एक्जिमा हो सकता है।
4. भोजन
डेयरी, नट्स, अंडे और बीज जैसे कुछ खाद्य पदार्थ खाने से एलर्जी हो सकती है, जिससे एक्जिमा हो सकता है।
5. हार्मोनल असंतुलन:
यह कारण पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है। हार्मोनल बदलाव होने पर, विशेष रूप से गर्भावस्था के दौरान, मेनोपॉज और पीरियड के दौरान भी यह परेशानी हो सकती है।
वयस्कों में इसके लक्षण

अगला सवाल जो उठता है, वह यह है कि वयस्कों में एक्जिमा के लक्षण क्या हैं? डॉ सरकार बताती हैं “वयस्कों में एक्जिमा के तीन स्तर हो सकते हैं। पहला 'हल्का' होगा, जिसमें थोड़ी बहुत, खुजली और हल्के एरिथेमा हैं, मतलब स्किन में रेडनेस आना। दूसरा स्तर है, वह है सबएक्यूट एक्जिमा. इसमें हल्का एक्जिमा दिखेगा, साथ ही ओज़िंग, क्रस्टिंग, स्केलिंग, दर्द और खुजली होगी । इसका तीसरा और सबसे गंभीर स्तर है क्रोनिक एक्जिमा, इसमें सबसे गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें स्किन मोटी नज़र आती है, पिग्मेंटेशन बढ़ जाता है, स्केलिंग और बर्दाश्त नहीं होने वाली खुजली होने लगती है।"
एक्जिमा के उपचार के लिए मेडिकल और घरेलू उपाय

एक्जिमा उपचार को विशेष रूप से दो भागों में बांटा जा सकता है - घरेलू उपचार और मेडिकल उपचार। डॉ सरकार कहती हैं , “एक्जिमा के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपाय स्किन को मॉइस्चराइज करना है। इसके लिए या तो मॉइस्चराइज़र या फिर किसी तेल का उपयोग कर सकते हैं। अगर तेल का उपयोग कर रहे हैं, तो इससे जलन न हो, तो इसके लिए शुद्ध, कोल्ड-प्रेस्ड नारियल तेल का उपयोग करें। जब इसे अपनी स्किन में लगाएं तो धीरे-धीरे मालिश करें, यह उस जगह को मुलायम भी बनाती है और उसे ठीक भी करती है।
लेकिन अफसोसजनक यह है कि घरेलू उपचार ट्रीटमेंट के रूप में कम, लक्षणों को रोकने में अधिक कारगर साबित होती है। यही वजह है कि केवल घरेलू उपचार से क्रोनिक एक्जिमा और हल्के एक्जिमा को रोकना मुश्किल होता है। अगर आपको लगता है कि आपको एक्जिमा है, तो बेहतर होगा कि आप फ़ौरन स्किन स्पेशलिस्ट के पास जाएँ, । इसका ट्रीटमेंट टोपिकल और स्टेरॉयड एप्लिकेटर्स के साथ शुरू हो सकता है, जो कि एंटी इंफ्लेमेंटरी होता है और जिससे सूजन और खुजली में बहुत राहत मिलती है। इसके अलावा, इसमें मेडिकेटेड मॉइस्चराइज़र या बैरियर रिपेयरिंग मॉइस्चराइज़र लगाना भी अच्छा होता है, जो स्किन से वाटर लॉस को रोकती है और इससे स्किन रिपेयर में फायदा होता है।
डॉ सोमा सरकार कहती हैं कि इसके बाद आपको कुछ ओरल दवाइयां लेनी होंगी, जैसे एंटीबायोटिक्स, स्टेरॉयड और यहां तक कि एंटीफंगल और एंटी बैक्टेरियल दवाओं के साथ शुरू करने के लिए कहा जाएगा। ये दवाएं आमतौर पर सूजन से लड़ने में मदद करती हैं या इम्यून सिस्टम को दुरुस्त करके, सूजन रोकने में मदद करती है। इसका अलावा अगर आप “क्लिनिक उपचारों के लिए जाना चाहते हैं, तो वह उपचार का तरीका एक्जिमा के प्रकार और वह किस चरम तक पहुंचा है, उस पर निर्भर करेगा। इसे टोपिकल इमोलिएंट्स और स्टेरॉयड एप्लिकेशन और ओरल थेरेपी के साथ शुरू किया जा सकता है। यदि स्थिति बिगड़ जाए तो, किसी क्लिनिक में जा सकते हैं। "
Written by Suman Sharma on 9th Apr 2021